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Tuesday, January 01, 2008

नूतन वर्ष



नवीनता के पंख होते हैं
और वर्ष पलों के पंखों से
उडता थामे आता है थरिया भर आसमान सितारों भरा
मेरी आँखों की धरती में टांक जाता है चंदा

कि धरती में खुशबू भर जायेगी अब के बरस
कि उम्मीद कठपुतली न रहेगी, नाचेगी लेकिन
कि आशा बांसुरी बजायेगी
कि मन के पास धरती होगी
और धरती के पास सोना

और मेरे स्वजन
हमारी आत्मीयता का विश्वास भी तो
फूलों से लद जायेगा
अंतरंगता की नदी का कोकिल-कलरव
तार बन और गूथ देगा हम तुम को
और मधुरता आसमान से इतनी उची हो लेगी
जितनी ऊँची होती है बुजुर्गों की दुआ.
नवीनता में पुरातनता को अलविदा कहना है
लेकिन अनुभव जीवन का गहना है
तो फिर हर नवीन खुशियों में
जीवन की अदाओं का साथ भर देंगे
अपने दिल इतने पास कर देंगे
आपको अपने मन में घर देंगे
नवीनता इस लिये मुबारक हो
कि सोच के मौसम अब कि बदलेंगे
मुझको आशा है हर गलतफहमी
अब धुवाँ न बन के फैलेगी
बन के खुशबू हमारे मन के गुल
कहते हैं साथ अपना पर्बत हो

नूतन वर्ष स्वागत हो.
नूतन वर्ष स्वागत हो..

*** राजीव रंजन प्रसाद
२७.१२.१९९५

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8 कविताप्रेमियों का कहना है :

Sajeev का कहना है कि -

नववर्ष की ढेरों शुभकामनायें, आपकी कविता ने इस शुभ अवसर में नयी उर्जा फूंक दी है

शोभा का कहना है कि -

राजीव जी
नव वर्ष पर नवीव सन्देश भरी रचना के लिए बधाई । नव वर्ष की अनेकानेक शुभकामनाएँ

seema gupta का कहना है कि -

"har saal aata hai, Har saaljata hai, is saal aapko vo khusee mile, jo aapka dil chahta hai"
"Happy new year'
Regards

विश्व दीपक का कहना है कि -

मुझको आशा है हर गलतफहमी
अब धुवाँ न बन के फैलेगी
बन के खुशबू हमारे मन के गुल
कहते हैं साथ अपना पर्बत हो
नूतन वर्ष स्वागत हो.
नूतन वर्ष स्वागत हो..

नूतन वर्ष का आपके साथ मिलकर हम सब स्वागत करते हैं। बड़ी हीं मनोरम कविता लिखी है आपने।
बधाई स्वीकारें।

-विश्व दीपक 'तन्हा'

Anonymous का कहना है कि -

राजीव जी नूतन वर्ष पर आपकी उर्जावान कविता मजेदार लगी.
शुभकामनाओं समेत
आलोक सिंह "साहिल"

Alpana Verma का कहना है कि -

बहुत अच्छा लिखा है आपने,
'नवीनता में पुरातनता को अलविदा कहना है
लेकिन अनुभव जीवन का गहना है
तो फिर हर नवीन खुशियों में
जीवन की अदाओं का साथ भर देंगे'

सुंदर विचार!
उम्मीदों के दिए जलाये रह कर आगे बढ़ने का हौसला देती हुई आप की कविता नए साल का पूरे जोश से स्वागत कर रही है.
बधाई !

रंजू भाटिया का कहना है कि -

नूतन वर्ष स्वागत हो.
नूतन वर्ष स्वागत हो..

सुंदर कविता है ..नए साल की बहुत बहुत बधाई आपको

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

एक उत्कृष्ट रचना...

बहुत बहुत शुभकामनायें

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