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Monday, September 22, 2008

हिन्द-युग्म की बैठक सम्पन्न




कल दिनांक २१ सितम्बर २००८ को इंडिया हैबिटेट सेंटर (भारत पर्यावास केन्द्र) में हिन्द-युग्म ने एक बैठक की।
मीटिंग दोपहर २ बजे से संध्या ६ बजे तक चली।



समय-समय पर हिन्द-युग्म अलग-अलग शहरों में इस तरह की बैठक करता रहता है, ताकि हिन्द-युग्म से जुड़े हिन्दी सेवकों में हिन्दी के कुछ करने का भाव जिंदा रहे।



इस बैठक को पिछले माह के यूनिकवि पराग अग्रवाल को पुस्तकें और सम्मान आनंदम संस्था प्रमुख वरिष्ठ साहित्यकार जगदीश रावतानी ने भेंट किया।



हिन्द-युग्म के वरिष्ठम सदस्य और साहित्यकार प्रेमचंद सहजवाला ने हिन्द-युग्म की नवोदित सदस्या नीलम मिश्रा को मसि-कागद की ओर से प्राप्त पुस्तक भेंट की। नीलम मिश्रा ने बाल-उद्यान को और अधिक सक्रिय करने पर बल दिया और बहुत हद तक खुद से जिम्मेदारी उठाने की बात की।



उपलब्ध यूनिकवियों में से वरिष्ठम यूनिकवि गौरव सोलंकी ने सुमित भारद्वाज की पठनीयता को सलाम करते हुए उन्हें उपहार स्वरूप पुस्तकें भेंट की।



जगदीश रावतानी जी के हाथों हिन्द-युग्म की नवोदित कवयित्री रूपम चोपड़ा को सम्मानित किया गया। रूपम चोपड़ा के रूप में एक उत्साहित कार्यकर्ता हमें मिला है।

उपस्थित सदस्य- मनुज मेहता, शैलेश भारतवासी, यूनिकवि निखिल आनंद गिरि, नीलम मिश्रा, विपिन चौधरी, यूनिकवि गौरव सोलंकी, यूनिकवि पराग अग्रवाल, अनुराधा शर्मा, सुमित भारद्वाज, तपन शर्मा, प्रेमचंद सहजवाला, सीमा कुमार, आलोक सिंह साहिल, यूनिकवि पावस नीर, भूपेन्द्र राघव, सुनील कुमार परौहा, सजीव सारथी।

बाद में दैनिक हिन्दुस्तान का 'हिन्दी वर्ग पहेली' स्तम्भ सम्हालने वाले हरीश चंद ने भी बैठक में भाग लिया और हमारा मार्गदर्शन किया।

अन्य झलकियाँ


नीलम मिश्रा, पराग अग्रवाल, अनुराधा शर्मा, रूपम चोपडा़ तथा निखिल आनंद गिरि


पावस नीर, सुनील परौहा तथा भूपेन्द्र राघव


सुनील परौहा, सुमित भारद्वाज तथा गौरव सोलंकी


शैलेश भारतवासी और विपिन चौधरी


सीमा कुमार, गौरव सोलंकी तथा नीलम मिश्रा


सजीव सारथी और जगदीश रावतानी





फोटो- मनुज मेहता

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17 कविताप्रेमियों का कहना है :

Unknown का कहना है कि -

इस तरह के कार्यक्रम प्रभावी होते हैं। जहां नये सदस्य और पाठकगण जुडते हैं वहीं पुराने सदस्यों में भी उत्साहवर्द्धन और ऊर्जा का संचार होता है।

विश्व दीपक का कहना है कि -

कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई स्वीकारें। सदस्यों को एकसाथ देखकर अच्छा लगता है।

गौरव को देखकर विशेष खुशी हुई :)

Smart Indian का कहना है कि -

बैठक के बारे में जानकर खुशी हुई. इस तरह के आयोजन किसी भी प्रयास में अतिरिक्त जान फूंकते हैं और उत्साहवर्द्धक होते हैं.

तपन शर्मा Tapan Sharma का कहना है कि -

सभी सदस्यों से एक साथ मिलकर काफी खुशी हुई। कुछ लोगों से तो पहली बार मिल रहा था। सफल बैठक!!! इससे हिंदयुग्म के उद्देश्य को नई ऊर्जा प्राप्त हुई...

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

सभी से मिलना बहुत सुखद रहा। आज के युवा में भी हिन्दी की ज्योति जल रही है, यह एक बड़ी सफलता है।

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

सभी सुजनों व प्रिय बन्धु बांन्धवों से मिलना सुखकारी लगा मुझे तो संडे सैलीब्रेशन सा प्रतीत हुआ.. मेरा मानना है कि एक छोटे छोटे अंतराल पर इस तरह मिलना मिलाना होता रहना चाहिये क्यूकि मित्रवत भावना बनी रहती है और विचारों के आदान प्रदान से दिशाज्ञान मिलता रहता है..

जय हिन्द जय हिन्दी

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

good going

दीपाली का कहना है कि -
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Anonymous का कहना है कि -

अभी,इतने दिनों बाद सभी पुराने और नए साथियों से मिलकर एक नई तरह की उर्जा मिली.
उम्मीद कर सकते हैं कि यह हिन्दयुग्म के लिए लाभकारी सिद्ध होगा.
आलोक सिंह "साहिल"

Unknown का कहना है कि -

हिन्दयुग्म के सदस्यो से मिलकर बहुत ही खुशी हुई

सुमित भारद्वाज

Nikhil का कहना है कि -

मीटिंग बेहद सफल रही और एक बुलावे पर ही सारे लोग आए, तो हिन्दयुग्म का उत्साह दुगुना हो गया....अन्य शहरों के पाठक भी "हिन्दयुग्म क्लब" बनाकर जब चाहें मीटिंग करें और हमें तस्वीरें भेजें....

Sajeev का कहना है कि -

खुली हवा में मिलना बेहद सुखदायी रहा, खुले जेहन से विचारों का आदान प्रदान हो तो अच्छा लगता है, सीमा जी, गौरव और साहिल से बहुत दिनों बाद मिलना हुआ, अच्छा लगा सिलसिला जारी रहे

Manuj Mehta का कहना है कि -

Namaskar Bandhoon
bahut hi maz aaya, kai chehre mere liye bhi naye the, in sabko tasviron mein kaid karna kafi sukhkari tha, hanste khilkhilate yeh hindi ke sipahi yun hi urjawan rahen, Shivji ke ashirvad se ek safal meeting thi, naye naye vicharoon ka aadan pradan raha, ek safal baithak. varisht sahitykar (Jagdish ji aur Prem Sehjwala ji) se mil kar prasnta hui.

Manuj Mehta

Alok Shankar का कहना है कि -

vaah. Keep doing such meetings frequently.
Is tarah se utsah badhta rahega

दीपाली का कहना है कि -

आप सबको एक साथ देखकर बहुत खुशी हो रही है.हिन्दयुग्म की उन हस्तियों को जिन्हें हम सिर्फ़ नाम से और उनकी रचनाओ के माध्यम से ही जानते है उन्हें देखना और भी सुखदायक है.

अभिन्न का कहना है कि -

सभी हिन्दी सिपाहियों को साथ देख कर उत्साह बड़ा है ,काश हम भी दिल्ली में होते और हमे भी बुलाया होता ..उम्मीद है हिंद युग्म दोबारा हमसे भेदभाव नही करेगा,सभी सदस्यों को साधुवाद

Nikhil का कहना है कि -

sure महोदय,
सभी हिन्दी सिपाहियों मेंआप भी शामिल हैं....रही बात आपके दिल्ली में होने की और मीटिंग में शामिल होने की तो आप अपने यहाँ भी बैठक रखें.हम सभी हाज़िर होने की पूरी कोशिश करेंगे...टिपण्णी का शुक्रिया....
दीपाली जी,
हौसला बढ़ाने का शुक्रिया.....
निखिल
कार्यकर्ता, हिन्दयुग्म

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